Bihar Matsya Palan Yojana 2024: बिहार मछली पालन योजना मे 70% सब्सिडी, देखे पूरी डिटेल्स

Bihar Matsya Palan Yojana

आज हम आपको Bihar Matsya Palan Yojana, जिसे बिहार सरकार ने शुरू कर दिया है, इस पर चर्चा करेंगे। बिहार मत्स्यकी विकास योजना भी इस बिहार मछली पालन योजना का नाम है। संपूर्ण बिहार में मत्स्य पालन व्यवसाय को प्रोत्साहित करने के लिए एक योजना बनाई गई है।

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जिससे बिहार के मछुआरों को आर्थिक सहायता मिल सके। वह बिहार में नदियों और तालाबों में अधिक मछली पालन कर सके, जिससे वह देश में मछली पालन व्यवसाय को मजबूत कर सके और मछली निर्यात क्षेत्र में देश को और आगे बढ़ा सके। हम आज के लेख में इसी योजना का पूरा विवरण देंगे, तो चलिए शुरू करते हैं।

Table of Contents

Bihar Machli Palan Yojana क्या है?

नीली क्रांति योजना भी बिहार मछली पालन योजना का नाम है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने मिलकर बिहार मछली पालन कार्यक्रम शुरू किया है। इसके माध्यम से समुद्री शैवाल और मछली की खेती पर पूरे बिहार में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य है कि संपूर्ण बिहार में मछली पालन का बेहतर प्रदर्शन हो और मूछ वालों को अधिक पैसे मिलें।

बिहार सरकार मछली पालन योजना के माध्यम से बिहार की अनुसूचित जाति जनजाति के अति पिछड़े वर्ग के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रही है। इस योजना के माध्यम से अनुसूचित जाति जनजाति और अति पिछड़ा मछली पालन वर्ग को 70 प्रतिशत से 100 प्रतिशत तक की अनुदान राशि दी जाती है। जिससे वह अधिक पैसे कमाने के लिए मछली पालन कर सकता है।

मत्स्य संसाधन विभाग ने अनुसूचित जाति जनजाति और पिछड़ा वर्ग के लिए तालाब मछली के विशेष कार्यक्रम शुरू किए हैं। इससे किसान अपने खेत या जमीन पर कृत्रिम तालाब बनाकर मछली पालन कर सकते हैं।

बिहार की नदियों में मछली पालन करने वाले मछुआरों को भी इस योजना के अंतर्गत मत्स्य अच्छे संसाधन विभाग द्वारा कौशल प्रशिक्षण दिया जाता है, जो उन्हें बेहतर प्रजाति की मछली पालन और व्यवसाय के बाद के गुणों को सिखाता है।

Bihar Machli Palan Yojana के लिए जरुरी जानकारी

जैसा कि हम जानते हैं, प्रत्येक राज्य में कृषि और पशुपालन उद्योग सबसे बड़े उद्योग हैं। ऐसे में यह व्यवसाय अन्य व्यवसायों को बल देते हैं। प्रत्येक राज्य यह सुनिश्चित करता है कि राज्य के किसानों और पशुपालकों को बेहतर सुविधाएं मिलती रहें।

ऐसे में बार-बार किसानों और पशुपालकों के लिए कई योजनाएं बनाई जाती हैं । साथ ही बिहार सरकार ने मत्स्य पालनकर्ताओं और मछुआरों के लिए महत्वपूर्ण कार्यक्रम बनाए हैं। इस योजना का नाम बिहार मध्य पालन योजना है।

प्रदेश में मछली पालन को सुधारने के लिए बिहार मत्स्य पालन योजना में मत्स्य प्रसार योजना, मुख्यमंत्री तालाब मत्स्यकि विकास योजना की विशेष सहायता योजना जैसे कई कार्यक्रम लागू किए जाते हैं।

इस योजना के माध्यम से मछुआरों को मछलीयों को पालने, रखरखाव करने और बेचने के लिए एक ठंडा गोदाम भी उपलब्ध कराया जाता है, जिससे उच्च गुणवत्ता की मछलियां बाजार में बेची जा सकें, जिसके परिणामस्वरूप उनकी आय में वृद्धि और विकास हुआ है।

Bihar Machli Palan Yojana के जरुरी तथ्य

बिहार मछली पालन योजना में निम्नलिखित बातों का खास ध्यान दिया जाता है, नीचे स्टेप बाई स्टेप बताया गया है 

  • मत्स्य प्रसार योजना इस योजना का हिस्सा है। राज्य के मछुआरों को प्रशिक्षण मिल रहा है।
  • किसान अपने खेतों पर कृत्रिम तालाब बनाकर मत्स्य पालन कर सकेगा।
  • उन्नत मत्स्य पालन के लिए किसानों को मत्स्य बीज हैचरी भी सिखाई जाती है।
  • किसानों को इस योजना के माध्यम से उच्च गुणवत्ता युक्त मत्स्य बीज बनाना सिखाया जाता है, जिससे उच्च गुणवत्ता की मछली का उत्पादन किया जा सके।इस योजना में किसानों को तालाबों में मत्स्य पालन करने का पूरा उपकरण और अभियंता प्रशिक्षण भी मिलता है।
  • Bihar मुख्यमंत्री तालाब मछली विकास योजना, Matsya Palan Yojana, ट्यूबवेल और पंपसेट अधिष्ठापन के लिए भी अनुदान देता है। मत्स्य विकास योजना के अंतर्गत गंगा नदी तंत्र में रिवर रेसिंग के माध्यम से भी मछली पालन का व्यवसाय बढ़ाया जा रहा है।

नदी में भी मछली पालन किया जा सके इसलिये इस योजना के अंतर्गत मत्स्य प्रबंधन और मध्य विभागों द्वारा पशुपालकों को मध्य पालन प्रशिक्षण दिया जाता है और उनके स्टोरेज से लेकर उनकी विपणन योजना के बारे में भी संपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई जाती है।

Matsya Palan Yojana मे सब्सिडी

बिहार मत्स्य पालन योजना से मत्स्य पालन के लिए 100% सब्सिडी दी जाती है, जो अतिपिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति जनजाति को दी जाती है। वहीं, मुख्यमंत्री तालाब मछली विकास योजना से आवेदन करने वाले सभी मछुआरों को 50 से 70 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है।

योजना में अनुसूचित जाति जनजाति और अन्य वर्गों के मछुआरों को 70% तक की सब्सिडी दी जाती है, मछली विशेष सहायता योजना के माध्यम से। इस योजना के माध्यम से कर्मचारियों को ट्यूबवेल और पंप सेट के अधिष्ठापन में 50 से 70 प्रतिशत की सब्सिडी भी दी जाती है।

इसके अलावा, इस योजना में उन्नत मत्स्य बीज उत्पादन के लिए मछुआरों को 50 से 70 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है। मध्य पलकों को इस योजना के तहत पठारी क्षेत्र में तालाब बनाने के लिए 80% की सब्सिडी दी जाती है।

साथ ही, जिलों द्वारा निजी तालाबों की मरम्मत कर मछुआरों को 30 से 40 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है यदि वे मछली पालन का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं और तालाबों को जीर्णोद्धार करना चाहते हैं।

Bihar Matsya Palan Yojana मे जरुरी फायदे

Bihar Matsya Palan Yojana के फायदे निम्नलिखित हैं: इस योजना से पूरे बिहार में मत्स्य पालन का व्यवसाय बढ़ेगा।

  • यह योजना मछुआरों को मत्स्य पालन का प्रशिक्षण देती है, जिससे वे बेहतर मत्स्य पालन कर सकें।
  • बिहार सरकार पशुपालकों को बिहार मत्स्य पालन योजना के माध्यम से प्रशिक्षित करने की कोशिश कर रही है।
  • बिहार सरकार मत्स्य पालन व्यवसाय को योजना बनाकर अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
  • इस योजना के माध्यम से बेहतर गुणवत्ता वाली मछलियों का पालन किया जा रहा है, जिससे संपूर्ण बिहार में गुणवत्ता पूर्व मछलियों का उत्पादन बढ़ता है और मछुआरों को विदेशों में मछली बेचने का लाभ मिलता है।
  • इस योजना के माध्यम से अनुसूचित जाति जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों को 70% तक की अनुदान राशि दी जाती है, जिससे वे मछली पालन में सुधार कर सकें।
  • इस योजना में अन्य सामान्य वर्ग के लोगों को ४० प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाती है।
  • योजना भी किसानों को खेतों में तालाब बनाने और उनका रखरखाव करने का प्रशिक्षण देती है।
  • योजना के माध्यम से बिहार के मछुआरों का जीवन स्तर सुधारने का प्रयास किया जा रहा है ताकि वे अधिक मछली पालन करके अधिक लाभ प्राप्त कर सकें।
  • इस योजना के अंतर्गत सरकार कोशिश कर रही है कि मत्स्य पालन व्यवसाय में वृद्धि हो सके और और बिहार से ज्यादा से ज्यादा मछलियां बाहर भेजी जा सके।
  • यह योजना पशुपालकों को बेहतर जीवन स्तर देने के लिए मछुआरों और मत्स्य किसानों की आय दोगुनी करने में मदद कर रही है।
  • इस कार्यक्रम के माध्यम से मछली प्रबंधन और गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
  • योजना के अंतर्गत मछुआरों को उच्च गुणवत्ता वाले मछली के बीज दिए जा रहे हैं जिससे मछुआरे उच्च गुणवत्ता वाली मछलियों का पालन कर रहे हैं।

Bihar Matsya Palan Yojana के लक्ष्य

संपूर्ण राज्य में बिहार मत्स्य पालन योजना के माध्यम से लगभग 55 लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है। इस योजना का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में मत्स्य उत्पादन में सत्तर लाख टन की वृद्धि करना है।

मछली पालन योजना का लक्ष्य मछली निर्यात से आय को लगभग 1 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचाना है। इस योजना में मत्स्य पालन करने वाले मछुआरों को भी बीमा का लाभ मिलता है।

जिससे दुर्घटना का शिकार हुए मछुआरों को धन मिल सके। योजना का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में राज्य में मत्स्य उत्पादन में वृद्धि कर मर्चेंट निर्यात को बढ़ाना है।

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Bihar Matsya Palan Yojana के लिए महत्वपूर्ण घटक

  • बिहार मत्स्य पालन योजना में एक एक्वाकल्चर प्रणाली की स्थापना की जा रही है।
  • यह एक्वाकल्चर प्रणाली पूरे दिन बायोप्स तालाबों का निर्माण करती है।
  • बिहार मत्स्य पालन योजना के माध्यम से जलीय कृषि के लिए खेतों में तालाब बनाए जा रहे हैं।
  • योजना भी जलाशय और आद्र भूमि में कैग बनाने का लक्ष्य रखती है ।
  • योजना में मछलियों के लिए सर्वश्रेष्ठ चारा उपलब्ध कराया जा रहा है।
  • इस योजना में बर्फ और कोल्ड स्टोरेज की सुविधा भी शामिल है।
  • योजना भी मछुआरों और मछली पालन करने वाले किसानों को मोटरसाइकिल और बर्फ बॉक्स सब्सिडी पर देती है।
  • इसके अलावा, तीन पहिया गाड़ी के लिए बर्फ बॉक्स भी उपलब्ध हैं।
  • यह योजना भी मछली उत्पादन को सुधारने के लिए ब्रीड बैंक की स्थापना करेगी।
  • योजना में मछलियों के लिए तालाबों में फीड पौधों की उपलब्धता भी शामिल है।

Bihar Machli Palan Yojana के लिए जरुरी पात्रता मानंदण्ड

प्रत्येक आवेदक को बिहार मछली पालन योजना के निम्नलिखित योग्यता मानकों की जाँच करनी चाहिए।

  • Machli Palan Yojana Bihar के लिए आवेदन करने के लिए बिहार का निवासी होना आवश्यक है।
  • योजना के लिए आवेदन करने वाला व्यक्ति बिहार का किसान या पशुपालक होना अनिवार्य है।
  • बिहार मत्स्य पालन योजना के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति के पास ट्यूबवेल और पंप सेट आधीस्थापन के लिए कम से कम 40 एकड़ जल क्षेत्र का तालाब होना चाहिए।
  • योजना के तहत खेत में तालाब बनाने के लिए आवेदक को कम से कम 0.40 एकड़ से अधिकतम एक एकड़ की जमीन होनी चाहिए।यदि आवेदक पठारी क्षेत्र में तालाब बनाना चाहता है, तो उसके पास 0.50 एकड़ भूमि होनी चाहिए।
  • मुख्यमंत्री योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक के पास प्रखंड स्तर पर 8000 वर्ग फीट और फ्रेंचाइजी स्तर पर 4000 वर्ग फीट की जमीन होनी चाहिए।
  • बिहार मत्स्य पालन योजना के लिए आवेदक की जाति का प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है।
  • यदि आवेदक मत्स्य बीज योजना का लाभ लेना चाहता है, तो उनके पास एक इकाई जितनी जमीन होनी चाहिए।
  • इस योजना के लिए आवेदक के पास मछली पालन के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज होना चाहिए।

Bihar Matsya Palan Yojana के लिए जरुरी डाक्यूमेंट्स

Bihar Matsya Palan Yojana में आवेदक को निम्नलिखित दस्तावेजों को मूल रूप से संलग्न करना होगा:

  • आवेदक का आधार कार्ड 
  • आवेदक का निवास प्रमाण पत्र 
  • आवेदक की भूमि हेतु संपूर्ण दस्तावेज 
  • आवेदक के ट्यूबवेल और पंप सेट 
  • आवेदक का जाति प्रमाण पत्र 
  • आवेदक का आय प्रमाण पत्र 
  • आवेदक का बैंक खाता विवरण 
  • आवेदक का बिहार राज्य निवासी प्रमाण पत्र 
  • आवेदक के तालाब हेतु संपूर्ण महत्वपूर्ण दस्तावेज

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Matsya Palan Yojana Registration

बिहार मत्स्य पालन योजना में मध्य फलों और मछुआरों को पंजीकरण करने के लिए निम्नलिखित कदम उठाने होंगे:

Matsya Palan Yojana
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  • बिहार मछली पालन विभाग की ऑफिसियल वेबसाइट fisheries.bihar.gov.in पर पहले जाना होगा।
  • आवेदक को ऑफिसियल की वेबसाइट के होम पेज पर मत्स्य पालकों को पंजीकरण का विकल्प चुनना होगा।
  • बिहार मछली पालन विभाग की ऑफिसियल वेबसाइट fisheries.bihar.gov.in पर पहले जाना होगा।
  • आवेदक को ऑफिसियल की वेबसाइट के होम पेज पर मत्स्य पालकों को पंजीकरण का विकल्प चुनना होगा।
  • आवेदक इस विकल्प पर क्लिक करते ही पंजीकरण फार्म खुलता है।आवेदक को यहां सभी आवश्यक जानकारी उपलब्ध करवानी होगी।
  • आवेदन में व्यक्तिगत विवरण, निवास प्रमाण पत्र और बैंक खाता विवरण सबमिट करना होगा।
  • आवेदक को जानकारी भरने के बाद मोबाइल नंबर को सत्यापित करना होगा।
  • मोबाइल नंबर सही होने पर आवेदक को योजना के लिए लॉगिन क्रैडेंशियल्स मिलते हैं।
  • अब आवेदक इस पोर्टल पर पंजीकृत होकर योजनाओं का लाभ ले सकता है।

Matsya Palan Yojana मे लॉगिन प्रक्रिया देखे 

  • बिहार मछली पालन विभाग की ऑफिसियल वेबसाइट fisheries.bihar.gov.in पर पहले जाना होगा।
  • आवेदक को ऑफिसियल की वेबसाइट के होम पेज पर मत्स्य पालकों को पंजीकरण का विकल्प चुनना होगा।
  • बिहार मत्स्य पालन योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक को पोर्टल पर लॉगिन करना होगा।
  • आवेदक को बिहार मत्स्य पालन योजना के आधिकारिक वेबसाइट पर जाने की आवश्यकता होगी।
  • ऑफिसियल वेबसाइट के मुखपृष्ठ पर, मत्स्य योजना के विकल्प पर क्लिक करके आवेदन करना होगा।
  • इस विकल्प पर क्लिक करने के बाद, अगर आप पहले से ही आवेदन में पंजीकृत हैं तो लॉगिन करें पर क्लिक करना होगा।
  • आवेदक को इस विकल्प पर क्लिक करने के बाद अपना यूजर नेम, मोबाइल नंबर और पासवर्ड भरना होगा।पासवर्ड भरने के बाद आवेदक इस पोर्टल में प्रवेश करता है।
  • पोर्टल पर साइन इन करने के बाद आवेदक किस मत्स्य पालन योजना का लाभ लेना चाहता है? उस योजना के फॉर्म को भरने के बाद, आवेदक दस्तावेजों को संलग्न कर पोर्टल पर सबमिट कर सकता है।

Bihar Matsya Palan Bima Yojana की प्रक्रिया

यदि कोई व्यक्ति बिहार Matsya Palan Yojana का लाभ लेना चाहता है, तो उसे निम्नलिखित प्रक्रिया पूरी करनी होगी:

  • सबसे पहले आवेदक को बिहार मत्स्य पालन योजना के आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
  • अधिकारी वेबसाइट के होम पेज पर आवेदक को बीमा योजना हेतु आवेदन के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • इस विकल्प पर क्लिक करने के लिए करने के पश्चात आवेदक को पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
  • पंजीकरण करने की बाद आवेदक को पोर्टल पर लॉगिन करना होगा और बीमा योजना के लिए आवेदन करना होगा।
  • इस प्रकार वे सभी मध्य पलक जो बीमा योजना का लाभ उठाना चाहते हैं वह अधिकारी वेबसाइट से बीमा योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।

Matsya Palan Yojana Form डाउनलोड कैसे करे

बिहार Matsya Palan Yojana का आवेदन डाउनलोड करना चाहने वाले व्यक्ति को निम्नलिखित प्रक्रिया पूरी करनी होगी।

  • bihar.gov.in नामक बिहार मत्स्य पालन योजना के ऑफिसियल वेबसाइट पर पहले आवेदक को जाना होगा।
  • आवेदक को इस ऑफिसियल वेबसाइट के होम पेज पर एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड करने का विकल्प मिलेगा। इस विकल्प पर क्लिक करना आवश्यक है।
  • बाद में आवेदक को कई विकल्प दिखाए जाते हैं जिस योजना में आवेदन करना चाहते हैं, आवेदक को उस पर क्लिक करना होगा और फॉर्म डाउनलोड करना होगा।
  • योजना का फॉर्म डाउनलोड कर पूरा विवरण भरने के बाद, आवेदक योजना का लाभ उठाने के लिए निकटतम मत्स्य विभाग केंद्र में जाकर जमा कर सकता है।

Summary

बिहार मछली पालन विभाग की ऑफिसियल वेबसाइट fisheries.bihar.gov.in पर पहले जाना होगा।
आवेदक को ऑफिसियल की वेबसाइट के होम पेज पर मत्स्य पालकों को पंजीकरण का विकल्प चुनना होगा।
इसलिए बिहार राज्य के किसान और मत्स्य पालक जो मछली पालन करना चाहते हैं और सरकार से धन प्राप्त करना चाहते हैं, इस योजना का पूरा विवरण जानने के बाद योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।

जानकारी के लिए बता दें कि बिहार मत्स्य पालन योजना के तहत कई योजनाओं का संचालन किया जा रहा है, जिसके बारे में पोर्टल पर पूरा विवरण उपलब्ध है। सरकार मछली पालक किसानों को मछली पालन से लेकर तालाब के रखरखाव और मछली के जाने के लिए सब्सिडी दे सकती है, यदि वे आवश्यक हो।

कुल मिलाकर, इस पूरी योजना से बिहार राज्य में मछली पालन व्यवसाय में वृद्धि होगी, जिसके लिए बिहार सरकार मुझे वाले को हर संभव मदद करेगी ताकि वह मछली पालन में बेहतर प्रदर्शन कर सके।

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